प्रधानमंत्री मोदी जी की उम्र क्या है ? तकरीबन 68 वर्ष के है। व्यस्ततम व्यक्ति हैं अपने योगा का विडिओ डाले हैं किसलिए ?
क्या इससे वोट मिलेगा ? या राहुल गांधी परास्त हो जायेंगे ? महागठबंधन टूट जाएगा ?
68 वर्ष का व्यक्ति हमें प्रेरित कर रहा है की आलस का त्याग करो। योग जिसकी खोज हमारे मनीषियों ने की थी ,आज उसके बारे में हमसे ज्यादा पश्चिमी देश जानते है। कितने लोग सूर्य नमस्कार को जानते है ? कितने लोग सूर्योदय से पूर्व उठ कर सूर्योदय के समय यह करते है ?
धर्म और पूजा पाठ के नाम पर सिर्फ चौरंच रचने वाले ,ये भूल जाते है की सूर्य प्रत्यक्ष देव है। ऊर्जा के स्रोत है। उनके आने पर उन्हें नमस्कार करना चाहिए। यही धर्म का विधान है।
बहुत से लोग ऐसा पूछते है की डाक्टर साहब रीढ़ की हड्डी में दर्द है , घुटने में दर्द है , फलाना ढिमका हो गया है। क्या परहेज और एक्सरसाइज करे ? अरे ये सब रोग तुम्हारे काहिलपन के कारण हुए है .
एक मोहतरमा से मेरी बहस हुई थी जब मैंने रह्युमेटोइड आर्थराइटिस पर पोस्ट किया था। मैंने लिखा था की सी रिएक्टिव प्रोटीन के कारण शरीर का अपना इम्म्यून सिस्टम खुद की सेल को नुक्सान पंहुचा देता है। उन्होंने लिखा की इससे कैसे बचे ? मैंने कहा की ऐसी जीवन शैली रखिये जैसा हमारे पूर्वज रखते थे। उन्होंने लिखा की आपको घमंड आ गया है ,तभी आप सिर्फ प्रवचन देती है।
खैर जाहिलो से अब मै सर नहीं फोड़ती। टीवी में आ रहा था की देश में 42 %पुरुष और 58 % महिलाये आलसी है। पता नहीं ये किस महिलाविरोधी ने सर्वे किया है। क्यों की यहाँ कोई भी महिला ये मान नहीं सकती की वो आलसी है। क्यों की उसके हिसाब से वो घर की सबसे एक्टिव सदस्य है।
ये बात दीगर है की उसकी कमर अब कमरा हो गयी है , जो पहले जांघ हुआ करती थी आज जंघा है। आज वो महँगी साड़ी और जेवर पहनने के बाद भी अंदर से उतना खुश नहीं होती जितना शादी से पहले ग्रेजुएशन की यूनिफार्म में लगती थी।
पुरुष भी 32 की कमर से 46 की कमर के हो गए है। जो शर्ट पहले इन कर के पहनते थे अब बाहर कर के चलते है। बेल्ट बांधते समय बेल्ट की बकल अब दिखाई नहीं देती , शूस के लेस बांधने में हफनी छूट जाती है।
एक अनुमान के मुताबिक देश में 13 करोड़ लोग मोटापे से ग्रसित है। 3 करोड़ लोग हार्ट के पेशेंट है और 8 करोड़ लोग डायबटीज से पीड़ित है। 56 % से ज्यादा महिलाये पीरियड के इर्रेगुलरिटी से परेशान है और 35 के उम्र की महिलाये PCOS से ग्रसित है।
एक स्वस्थ्य व्यक्ति को दिन भर में 7000 कदम चलना चाहिए लेकिन अमूमन वो 4200 कदम चलता है। दो मंजिल इमारत के लिए भी लिफ्ट लेता है।
लेकिन फिर भी हमें कोई दिक्कत नहीं , क्यों की आप बीमार होंगे तो डाक्टरों का फायदा होगा। कुकुरमुत्ते की तरह उसके नर्सिग होम्स में बहार रहेगी। हमारा धंधा फिट है और आगे भी रहेगा। आप योगा तब शुरू करना जब आप बीमार होना, तब तक हम यही भजेँगे
सर्वे भवन्तु सुखिनः। सर्वे सन्तु निरामयाः। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु। मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः
[फेसबुक पोस्ट से साभार- संजीत कुमार मौर्य]
© कविता
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