उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा ली गयी सिविल सेवा परीक्षा में 2010 से लेकर 2015 की भर्तियों पर सवाल खड़े किए गए हैं - कुमार प्रियांक
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा ली गयी सिविल सेवा परीक्षा में 2010 से लेकर 2015 की भर्तियों पर सवाल खड़े किए गए हैं..अब यह तो तय है कि बिना आग के धुआँ होता नहीं..
मेरी जानकारी में एकाध लोग ऐसे रहे हैं जो खुलेआम बोलते नज़र आये कि हमने खेत बेच कर पैसे जुटाए..और फिर मुख्य परीक्षा में अंकों में टेबुलेशन में खेल हुआ और कुछ अभ्यर्थियों के स्केलिंग में एक ही पेपर में 30 से 35 मार्क्स तक अनापशनाप ढंग से बढ़ गए..!!
और ऐसे अधिकाँश अभ्यर्थियों को इंटरव्यू में ही आश्चर्यजनक रूप से अच्छे मार्क्स आये..!!
और ऐसे अधिकाँश अभ्यर्थियों को इंटरव्यू में ही आश्चर्यजनक रूप से अच्छे मार्क्स आये..!!
और तय धारणा के विपरीत ऐसा नहीं था कि केवल एक जाति विशेष या किसी समुदाय विशेष को ही फ़ायदा पहुँचाया गया..कुछ ऐसे अभ्यर्थी भी रहे चाहे वह किसी भी जाति के रहे हों, जिनकी सेटिंग अगर किसी तगड़े दलाल से हो गयी तो उनका काम बन गया..तो कुछ ऐसे भी रहे जो पैसा भी गंवा दिए, नौकरी भी नहीं मिली क्योंकि उन्हें सही लिंक नहीं मिला और ठगी के शिकार हो गए..!!
हाँ, यह भी रहा कि कुछ योग्य अभ्यर्थी इन सबके बावजूद चयनित हुए पर जो कुछ मार्क्स से रह गए वह बेचारे तो इस बड़ी धांधली में बाहर हो गए या उनका चयन अपेक्षाकृत नीचे के रैंक पर हुआ..!!
कुछ चयनित अभ्यर्थी तो ऐसे होते हैं कि जब वे ट्रेनिंग में पहुँचते हैं तो वहाँ ट्रेनिंग देने आए अधिकारी यह सोच कर हैरान हो जाते हैं कि यह नालायक चुन कैसे लिया गया..??..अधिकारी के लक्षण तो दूर, यह चपरासी लायक तक नहीं है..!!
ख़ैर..ऐसा ही एक मामला बिहार लोक सेवा आयोग में आया था जहाँ 2013 में बीडीओ चयनित हुआ युवक अपने साथी की हत्या में पकड़ा गया जिसने इसके साथ वहाँ साक्षात्कार दिया था। इस बीडीओ बन गए अभ्यर्थी ने अपने उक्त मित्र से 5 लाख ₹ की माँग की थी, कि इतने में हो जाएगा चयन साक्षात्कार तक तो पहुँच ही गए हैं..!!
बीडीओ बने युवक का साथी झाँसे में आ गया और 5 लाख ₹ इसको दे दिए। पर जब रिजल्ट आया तो बीडीओ तो बीडीओ बन ही गया, जिसने 5 लाख ₹ दिए थे उसका नहीं हुआ..सो यह दूसरा छँट गया लड़का बीडीओ बन गए लड़के से पैसे वापस माँगने लगा..!!
इसी आपाधापी में कुछ पेशेवर अपराधियों के साथ मिलकर उस मूर्ख बीडीओ ने अपने साथी को पैसे वापस देने के नाम पर घर से लेकर गया और बीच गंगा नदी में नाव पर ही इसकी हत्या कर लाश नदी में फेंक दी..!!
तब पटना एसएसपी मनु महाराज जी ने तक्षण इस आसान मामले को सुलझा लिया और ताज़ा-ताज़ा बीडीओ बना युवक हत्या के जुर्म में जेल चला गया..!!
यूपी में इस दौरान (2010 से 2015) पीसीएस बन गए लड़कों में अभी जिनकी शादी नहीं हुई है, उनका मामला अब शादी का अटक गया है क्योंकि पैसे लेकर तैयार बैठे धनी लड़की वाले अब सशंकित हो गए हैं कि ऐसा नहीं जिस पीसीएस लड़के से शादी की अपनी लाडली की भारी-भरकम दहेज़ देकर, कहीं ससुरा छँट न जाये और फिर कहीं सीबीआई तेल न निकाल दे..藍
ख़ैर, कुछ जानकार कह रहे कि अरे होगा-वोगा कुछ नहीं क्योंकि इस दौरान बहुतों की शादियां रसूखदार घरों में हो गयी हैं और वे सब अपने तरीके से लग गए हैं जैसे झारखण्ड की द्वितीय सिविल सेवा परीक्षा में सीबीआई द्वारा घालमेल पकड़ में आने के बावजूद सब माननीय कोर्ट से बच गए थे..!! जय गणतंत्र..
वैसे इस दौरान जिनका मेरिट से हुआ है चयन वे अभ्यर्थी खुश हैं कि गर छँटनी हुई चोरों की, तो उनका रैंक और ऊपर लगेगा फिर..और जिन मेरिट वालों का स्वयमेव ऊपर के रैंक में प्रतिभा के दम पर हुआ है, उन्हें डरने की तो वैसे भी जरूरत नहीं..बाकी खेल तो बड़े पैमाने पर होता है, इसमें दो मत नहीं..!!
[फेसबुक पोस्ट से साभार]
© कुमार प्रियांक
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