अमरीका के पास एक बम है ।
उसका technical नाम तो GBU 43 है पर आम बोलचाल की भाषा मे उसे MOAB कहते हैं । MOAB बोले तो Massive Ordnance Air Blast .
इसके अलावा MOAB को Mother Of All Bombs भी कहा जाता है ।
पर मुझे अगर हिंदी में कहना होगा तो मैं इसे सभी बमों का बाप कहूंगा ।
धरती पे अब तक जितने भी विध्वंसक बम हैं उनमें Atom Bomb के बाद दूसरा नंबर इस MOAB का ही आता है ।
इसकी खासियत ये है की ये बहुत बड़ा होता है ।
बड़ा माने बहुते बड़ा । मने इसका वज़न 21,600 पौंड होता है मने 9525 किलो का बम ........ इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि किसी ने एक truck अत्यंत ज्वलनशील बारूद आपके शहर के बीचों बीच फोड़ दिया हो ........ और इसे F16 जैसे किसी लड़ाकू विमान से नही बल्कि भारी भरकम मालवाहक Hercules विमान से गिराया जाता है । गौर कीजिए इसे निशाने पे दागा नही जाता बल्कि गिराया जाता है , वो भी Parachute से ।
मने आसमान से मौत अचानक नही बल्कि धीरे धीरे टपकती है ।
मने आप अपनी मौत को अपनी तरफ आते देख सकते हैं ...... धीरे धीरे धीरे ......
इस बम में technology जो प्रयोग में लायी जाती है की bomb जब फटता है तो इससे बड़ी भयंकर आग लगती है । इतनी भयंकर कि वो कुछ क्षणों में अपने आसपास के वातावरण की सारी Oxygen को सोख लेती है । इसके शिकार धमाके से नही मरते बल्कि Oxygen की कमी से दम घुटने से और झुलस के मरते हैं ।
दूसरी बात ये कि इस से सिर्फ जान की क्षति होती है माल की नही । मने घर दुआर building सही सलामत रहेगी । सिर्फ आदमी जानवर चिड़िया पशु पक्षी कीड़े मकोड़े और सब वनस्पतियां झुलस के दम घुट के मर जाएंगी ।
ये बम 1.6km के radius में तो कुछ ज़िंदा नही छोड़ता और आदमी तो 6 से 7 km के दायरे में भी नही बचते । शिकार इस बम से बच के भाग नही सकता । जाएगा कहां ? जब oxygen ही नही है वातावरण में ।
मैं ये MOAB के बारे में आपको किसलिए बता रिया हूँ ? इसलिए की आज शाम 8 बजे अपने Trump भैया ने एक ठो MOAB आज अफगानिस्तान पाकिस्तान के border पे फोड़ दिया है . बताया जा रहा है कि वहां एक Cave Complex में , मने पहाड़ों की गहरी गुफाओं में IS के आतंकी अपना अड्डा बनाये थे ।
ये गुफाएं पहाड़ों के अंदर इतनी गहरी हैं कि वहां लड़ाकू विमानों से गिराए गए बम कोई काम नही करते । ऐसे में ये MOAB से oxygen सुखा के आतंकियों को मारा है Trump भाई ने ।
कुल 3500 से ज़्यादा आतंकी मारे गए है शायद ।
हालांकि अभी मरने वालों की संख्या की पुष्टि होना बाकी है ।
उसका technical नाम तो GBU 43 है पर आम बोलचाल की भाषा मे उसे MOAB कहते हैं । MOAB बोले तो Massive Ordnance Air Blast .
इसके अलावा MOAB को Mother Of All Bombs भी कहा जाता है ।
पर मुझे अगर हिंदी में कहना होगा तो मैं इसे सभी बमों का बाप कहूंगा ।
धरती पे अब तक जितने भी विध्वंसक बम हैं उनमें Atom Bomb के बाद दूसरा नंबर इस MOAB का ही आता है ।
इसकी खासियत ये है की ये बहुत बड़ा होता है ।
बड़ा माने बहुते बड़ा । मने इसका वज़न 21,600 पौंड होता है मने 9525 किलो का बम ........ इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि किसी ने एक truck अत्यंत ज्वलनशील बारूद आपके शहर के बीचों बीच फोड़ दिया हो ........ और इसे F16 जैसे किसी लड़ाकू विमान से नही बल्कि भारी भरकम मालवाहक Hercules विमान से गिराया जाता है । गौर कीजिए इसे निशाने पे दागा नही जाता बल्कि गिराया जाता है , वो भी Parachute से ।
मने आसमान से मौत अचानक नही बल्कि धीरे धीरे टपकती है ।
मने आप अपनी मौत को अपनी तरफ आते देख सकते हैं ...... धीरे धीरे धीरे ......
इस बम में technology जो प्रयोग में लायी जाती है की bomb जब फटता है तो इससे बड़ी भयंकर आग लगती है । इतनी भयंकर कि वो कुछ क्षणों में अपने आसपास के वातावरण की सारी Oxygen को सोख लेती है । इसके शिकार धमाके से नही मरते बल्कि Oxygen की कमी से दम घुटने से और झुलस के मरते हैं ।
दूसरी बात ये कि इस से सिर्फ जान की क्षति होती है माल की नही । मने घर दुआर building सही सलामत रहेगी । सिर्फ आदमी जानवर चिड़िया पशु पक्षी कीड़े मकोड़े और सब वनस्पतियां झुलस के दम घुट के मर जाएंगी ।
ये बम 1.6km के radius में तो कुछ ज़िंदा नही छोड़ता और आदमी तो 6 से 7 km के दायरे में भी नही बचते । शिकार इस बम से बच के भाग नही सकता । जाएगा कहां ? जब oxygen ही नही है वातावरण में ।
मैं ये MOAB के बारे में आपको किसलिए बता रिया हूँ ? इसलिए की आज शाम 8 बजे अपने Trump भैया ने एक ठो MOAB आज अफगानिस्तान पाकिस्तान के border पे फोड़ दिया है . बताया जा रहा है कि वहां एक Cave Complex में , मने पहाड़ों की गहरी गुफाओं में IS के आतंकी अपना अड्डा बनाये थे ।
ये गुफाएं पहाड़ों के अंदर इतनी गहरी हैं कि वहां लड़ाकू विमानों से गिराए गए बम कोई काम नही करते । ऐसे में ये MOAB से oxygen सुखा के आतंकियों को मारा है Trump भाई ने ।
कुल 3500 से ज़्यादा आतंकी मारे गए है शायद ।
हालांकि अभी मरने वालों की संख्या की पुष्टि होना बाकी है ।
[फेसबुक से साभार पुनीत कुमार माल्विया]
©अजीत सिंह
Comments
Post a Comment